Li-Fi क्या है – Li-fi Technology In Hindi

अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने Wi-fi का नाम तो सुना ही होगा या Wi-fi इस्तेमाल किया होगा होगा परंतु टेक्नोलॉजी के विकास के साथ-साथ वाईफाई की तुलना में ज्यादा स्पीड प्रदान करने वाली एक और नई technology Li-Fi है lifi अभी नई तकनीक है इसीलिए अपने इसे शायद देखा भी नहीं होगा आप शायद जानते नही होगे की Li-Fi क्या है ( Li-Fi kya hai ? ) Lifi wifi से कैसे भिन्न है? Li-Fi को कहा उपयोग में लाया जा सकता है? Lifi technology kya hai? Lifi कैसे काम करता है ?

अगर इन सभी सवालों के साथ आप lifi technology को बेहतर तरीके से समझना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक पड़िए आपको आपके सवालों का आसन भाषा में उत्तर मिल जायेगा आप जान लेंगे की Li-Fi kya hai

Lifi Kya Hai In Hindi

आप इस आर्टिकल को अंत तक पड़े हम आपको इसमें Li-Fi और Wi-Fi में क्या अंतर है इन सभी सवालों के जवाब आसान भाषा में देगे।

Li-Fi क्या है? (What is Li-Fi in hindi)

Lifi kya hai ? (What is lifi in Hindi)

Li-Fi (Light Fidelity) लाइट फिडेलिटी (LiFi) एक वायरलेस ऑप्टिकल नेटवर्किंग Technology है जो डेटा ट्रांसमिशन (data transmission) के लिए LED से दृश्य प्रकाश का उपयोग करती है।  इन्फ्रारेड-आधारित प्रणालियों के विपरीत, विज़िबल लाइट कम्युनिकेशन में मनुष्य की आंखों द्वारा दिखाई देने वाले प्रकाश का उपयोग करके डेटा संचारित करना शामिल है। 

Li-Fi द्वादशी वायरस सिस्टम है जो की LED या किसी इंफ्रारेड लाइट के द्वारा डाटा का आदान-प्रदान करती है। इसको पहली बार 2011 में प्रसारित किया गया था तथा इस पर प्रयोग किया गया था। और Wi-Fi के विपरित जी रेडियो फ्रिकवेंसी का इस्तेमाल करता है, Lifi तकनीक में प्रकाश तरंगों के माध्यम से इंटरनेट संचालित करने के लिए केवल एक प्रकाश स्त्रोत व चिप की आवश्यकता होती है।

आसान भाषा में समझे तो lifi वहा टेक्नोलॉजी है जिसमे डाटा का ट्रांसफर लाइट यानी प्रकाश के द्वारा होता है।

LiFi एक वायरलेस तकनीक है जो 5G के सामने आने वाली चुनौतियों को हल करने की शक्ति रखती है।  LiFi कई गीगाबिट पर संचारित कर सकता है, अधिक विश्वसनीय है, वस्तुतः हस्तक्षेप मुक्त है और वाई-फाई या सेलुलर जैसी रेडियो तकनीक की तुलना में विशिष्ट रूप से अधिक सुरक्षित है।

LIFI Technology In Hindi

LiFi कैसे काम करती है?

जैसा की LiFi एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है जो की प्रकाश द्वारा भेजे गए सिग्नल पर काम करती है जिसके लिए एक विशिष्ट प्रकार के led बल्ब एक लाइट रिसीवर एवं एक राउटर जो की बल्ब से कॉनेट होता है उसकी जरूरत पड़ती है। राउटर सबमरीन केबल से कनेक्ट होता है इसके द्वारा इंटरनेट आता है और राउटर की एक केबल LED light से कनेक्ट होता है और लाइट से निकलने वाले इंटरनेट सिग्नल कंप्यूटर में लगे रिसीवर से कंप्यूटर को मिल जाते है इस प्रकार LiFi काम करता है।

LiFi के काम करने के लिए मुख्यता 3 कंप्यूनेट्स की आवश्यकता होती है।

1. LED Lamp

2. Lamp Driver

3. Photo Dectector

इन तीनो कंप्यूनेंट के अलावा हमे इंटरनेट की भी आवश्यकता होगी जो की फाइबर केबल द्वारा कही से लिए जा सकता है।

इसमें एक खास प्रकार के LED बल्ब की आवश्यकता होगी जो की Li-Fi के लिए ही विशेष प्रकार से बनाया गया हो क्योकी lifi के बल्ब का फास्ट होना आवश्यक है एक स्थिर लाइट या स्थिर सिग्नल के द्वारा डाटा का अदान प्रदान संभव नहीं है जैसा की वाईफाई में भी या केबल से डाटा 0101 के रूप में ही अदान प्रदान होता है यानी on या off इसी से सारी जानकारियां स्क्रीन पर प्रस्तुत की जा सकती है।

Lifi का उपयोग करने के लिए इस्तेमाल में लिया गया LED बल्ब बहुत तेजी से on और off होता है जो की मनुष्य की सामान्य आखों से नही दिखाई देता 

कार्य प्रणाली

इंटरनेट का सोर्स यानी ऑप्टिक फाइबर केबल जिसके द्वारा इंटरनेट आ रहा हो lamp driver से कनेक्ट होता है lamp driver LED light से कनेक्ट होता है जिससे की इंटरनेट सिग्नल को भेजा या रिसीव किया जा सके।

LED लाइट द्वारा भेजे गए सिग्नल को लाइट के एरिया में उपस्थित Photo Dectector द्वारा रिसीव किया जाता है जो की उस डिवाइस में होता है जिसमे lifi सिग्नल को रिसीव करना हो वहा लाइट के सिग्नल को रिसीव करकर डिवाइस तक पहुंचता है जिससे इंटरनेट चल पाता है।

LED लाइट द्वारा डाटा का अदान प्रदान बाइनरी कोड यानि 010110 में होता है जहा 0 का मतलब ऑफ और 1 का मतलब on होता है इमेज ,वीडियो,डॉक्यूमेंट सभी जानकारी 0 और 1 के द्वारा ही अदान प्रदान की जाती है ” इंटरनेट कैसे काम करता है? ” आप यह हमारे ब्लॉग को पड़कर जन सकते है।

Li-Fi का इतिहास

सर्वप्रथम प्रोफेसर हेराल्ड हासो ने सन 2011 में LiFi लाइट के द्वारा डाटा या इंटरनेट ट्रांफर करने का विचार सबके सामने रखा। प्रोफेसर हेराल्ड हासो एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में मोबाइल संचार (mobile communication) के प्रोफेसर थे।

Prof. Harald Haas को lifi का founder माना जाता है Prof. Harald Haas UK के थे Prof. Harald Haas ने D-light प्रोजेक्ट को शुरू किया था

उनका मानना था की लाइट के द्वारा भी हम एक भारत स्पीड के साथ डाटा का अदान प्रदान कर सकते है हम इससे इंटरनेट चला सकते है।

2011 में TED Global Talk में LiFi Technology को लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया। जिससे लोग इस टेक्नोलॉजी के बारे में के लिए उत्सुक थे उसी समय एक Company की स्थापना की गई जिसका नाम PureLiFi है जो की LiFi Technology पर रिसर्च और डेवलपमेंट करती है

अप्रैल 2014 में, रूसी कंपनी स्टिन्स कोमन ने बीमकास्टर नामक एक ली-फाई वायरलेस स्थानीय नेटवर्क के विकास की घोषणा की।  उनका वर्तमान मॉड्यूल 1.25 गीगाबाइट प्रति सेकंड (GB/s) पर डेटा स्थानांतरित करता है, लेकिन वे निकट भविष्य में 5 GB/s तक की गति बढ़ाने की उम्मीद करते हैं।  2014 में सिसॉफ्ट (मैक्सिकन कंपनी) द्वारा एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया गया था जो एलईडी लैंप द्वारा उत्सर्जित प्रकाश स्पेक्ट्रम में 10 जीबी/एस तक की गति से डेटा स्थानांतरित करने में सक्षम था।

Li-Fi को कहा उपयोग में लाया जा सकता है ?

1. तेज गति –  lifi कम्युनिकेशन के लिए प्रकाश तरंग का उपयोग करता है lifi 100 Gps की स्पीड तक प्रदान कर सकता है इसके मुकाबले wifi ऐसा नहीं कर सकता

2. सुरक्षित – LiFi एक सीमित सीमा में ही जहा तक प्रकाश जा सकता है वही तक कार्य करता है जो की एक ऑफिस या आर्गनाइजेशन के लिए बहुत सुरक्षित और काम का हो सकता है जिससे lifi को और कोई बाहर का व्यक्ति एक्सेस नही कर सकता।

3. कार्य कुशलता – lifi किसी ऑफिस या घर के लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है क्योकी ये स्पीड में बहुत तेज और सुरक्षित होता है और एक ही समय में कई डिवाइस के साथ कनेक्ट हो सकता है।

4. Availability –

Li-Fi technology लाइट बल्ब द्वारा काम करती है और आप जानते ही है आजकल लाइट बल्ब हर जगह देखने को मिल जायेगा आपके घर के हर जगह पर आपको लाइट बल्ब उपस्थित मिलेगे आप है हॉस्पिटल, स्कूल, ऑफिस कही भी चले जाए आपको लाइट बल्ब दिख ही जायेगे जहा तक की आपको सड़को पर भी स्ट्रीट लाइट के रूप में मिल जायेगे होटल रेस्टोरेंट लगभग सभी जगह ये अवेलबल होते है।

तो इन्ही लाइट बल्ब को Li-Fi technology से रिप्लेस करकर lifi की अवेलब्लिटी बहुत हद तक बड़ा सकते है और इसे इजी टू एक्सेस बना सकते है।

5. Privacy

आजकल के दौर में जहा हम अपना बहुत सा काम अपने मोबाइल द्वारा ही करते है हमारी निजी जानकारी हमारे मोबाइल डिवाइस में स्टोर रहती है हमारे ऑनलाइन अकाउंट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होते है इसे में हम कभी ऐसा नहीं चेंज की हमारे अकाउंट या बैंक की डिटेल्स किसी और के हाथ लग जाए जा कोई और भी एक्सेस कर ले Wi-fi को इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं माना जाता है क्योकि इससे कोई और भी हमारी जानकारी को इस्तेमाल कर सकता है इसके विपरित lifi में लाइट सीमित जगह तक ही जाति है इसे में कोई और व्यक्ति हमारे lifi network को उपयोग नहीं कर सकता और हमारी सुरक्षा बनी रहती है।

6. Harmeless

WiFi रेडियो फ्रीक्वेंसी पर कार्य करता है जिससे इसमें से रेडियो तरंगे निकलती है जो कुछ मात्रा में धीरे धीरे हमारे शरीर के कोशिका को नष्ट कर सकती है वैसे तो मानव के लिए ये इतना भी हानिकारक नहीं होता परंतु बहुत सारे रेडियो वेव मिलकर धीरे धीरे बहुत नुकसान पहुंचा सकते है जिनमे कुछ पछियो पर इनका बहुत ही बुरा प्रभाव देखने को मिलता है परंतु इसके विपरित lifi में कोई रेडियो तरंगों का इस्तेमाल नहीं होता जिससे की ये हानि रहित होती है।

Li-Fi के नुकसान (Disadvantages of Li-Fi in Hindi)

जैसा कि हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं ऐसा ही लाइफ आई के फायदे तो बहुत सारे हैं परिस की कुछ सीमाएं या कह लो नुकसान भी है जोकि नीचे लिखे हुए हैं।

  • Li-Fi के सिग्नल दीवारों के आर पार नहीं जा सकते।
  • Li-Fi की रेंज काफी कम होती है।
  • बिना लाइट सोर्स के इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इसके लिए हमेशा लाइट बल्ब ऑन रखना पड़ेगा।
  • सूर्य की रोशनी या अन्य कोई तेज रोशनी लाइफ आई कम्युनिकेशन में बाधा उत्पन्न कर सकती है।
  • अभी तक यहां टेक्नोलॉजी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई है।
  • Li-Fi को इस्तेमाल करने के लिए जरूरी हार्डवेयर बाजार में उपलब्ध नहीं है।
  • मोबाइल फोन में अभी तक LiFi का सपोर्ट नहीं आया है।

Li-Fi और Wi-Fi में क्या अंतर है?

  1. Li-Fi का फुल फॉर्म Light Fidelity है और Wi-Fi ka full फॉर्म Wireless Fidelity है।
  2. Li-Fi में डाटा का अदान प्रदान Light द्वारा होता है जबकि Wi-Fi में डाटा का अदान परदान Radio Waves द्वारा होता है।
  3. Li-Fi के लिए LED bulb की आवश्यकता होती है जबकि Wifi के लिए Wireless Router की आवश्यकता है।
  4. Lifi me कोई भी Interference Problem नही होती जबकि Wifi Router में Interference Problem होती है।
  5. Li-Fi Present IrDA compliant devices technology पर काम करता है और Wi-Fi WLAN 802.11a/b/g/n/ac/ad standard compliant devices technology पर।
  6. Li-Fi का कवरेज एरिया 10 meters है जबकि Wi-Fi 32 meters के एरिया को कवर कर सकता है।

Li-Fi और Wi-Fi में कोन है बेहतर?

Lifi कम्युनिकेशन के लिए प्रकाश का प्रयोग करता है जबकि wifi रेडियो फ्रीक्वेंसी के सिद्धांत पर काम करता है दोनो के ही अपने फायदे और नुकसान है जो निम्नलिखित बिंदु में बताए गए है –

  • Li-Fi Wi-Fi की तुलना में अधिक तेज है।
  • Wi-Fi की रेंज lifi की तुलना में अधिक है
  • LiFi WiFi ki तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है।
  • आजकल के सभी स्मार्टफोन में wifi का सपोर्ट है जबकि lifi का नही।
  • Lifi की प्रकाश तरंग एक कमरे से दूसरे कमरे तक नहीं जा सकती जबकि wifi की रेडियो तरंगे दीवार के आर पार भी जा सकती है।
  • Lifi अभी अर्ध विकसित टेक्नोलॉजी है जबकि wifi विकसित टेक्नोलॉजी है
  • Lifi के उपकरण बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं है जबकि wifi ke hai
  • Lifi के सिग्नल को किसी चीज द्वारा रोका जा सकता है परंतु wifi के सिग्नल को नहीं।
  • Lifi से अधिक स्पीड प्राप्त की जा सकती है जबकि wifi Lifi ke मुकाबले कम स्पीड देता है।

तो दोनो ही अलग अलग टेक्नोलॉजी पर कार्य करते है दोनो के ही अपने फायदे और नुकसान है किसी में स्पीड जायदा मिलती है तो कोई इस्तेमाल करने में आसान है दोनो ही अपनी अपनी जगह अच्छे है कई जगह जहा wifi की जायदा जरूरत है वहा wifi अच्छा है और जहा कही lifi को इस्तेमाल किया जा सकता है वहा lifi अच्छा है।


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निष्कर्ष –

नई नई टेक्नोलोजी जैसे Li-Fi हमारे जीवन को आसान वा बेहतर बनाती है LiFi भी एक ऐसी ही टेक्नोलोजी है जो आने वाले वक्त में हमे कई जगह देखने को मिल सकती है फ्यूचर में कोई इससे भी अच्छी टेक्नोलॉजी का विकास हो सकता है ऐसे ही नई टेक्नोलोजी के बारे में जानकारी रखने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन कर सकते है जिससे की आपको लेटेस्ट ब्लॉग के अपडेट मिलते रहे।

Li-Fi क्या है? यह आज हमने आपको पूरे विस्तार से समझाने की कोशिश की है इसके फायदे नुकसान इतिहास सभी चीजों को इस एक आर्टिकल में कवर करने की कोशिश की है उसके बाद भी अगर कोई सवाल ही रह जाता है तो आप हमसे कमेंट कर कर पूछ सकते हैं हम इस ब्लॉग या आर्टिकल में उसको अपडेट कर देंगे आप सभी का धन्यवाद जहां तक हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए।

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