अपने कई बार Ceo और founder के बारे में सुना होगा कई बड़ी कंपनियों के ceo के नाम आप जानते भी होगे ऐसे में आपको पता है की यह Ceo किया होता है इसका किया कम होता है और founder क्या होता है।
कई कंपनियों में founder ही ceo होते है सभी कंपनियों का एक founder जरूर होता है ऐसा जरूरी नहीं की वहा सक्रिय रूप से कम्पनी नहीं चला रहे हो लेकिन जरूरी नहीं हर founder ceo बन जाए
founder (संस्थापक) क्या होते है?
Founder को हिंदी में संस्थापक कहते है। Founder वहा है जिसने सबसे पहले कम्पनी को शुरू किया हो। उन्होंने किसी उत्पाद (product) या सेवा (service) के के मूल विचार के बारे में सोचा और अपने ग्राहकों को उस उत्पाद या सेवा को उपलब्ध कराने के लिए कम्पनी की शुरुआत की। एक सस्थापक (founder) अपनी पर शोध करने और शुरू करने के लिए सभी प्रारंभिक कार्य करता है। कहे वहा फाइनेंस , उत्पादन product या service को ग्राहकों तक पहुंचना आमतौर पर इन सब पर कार्य करता है। एक स्टार्ट- अप के संस्थापक को entrepreneur (उद्यमी) कहते है। कम्पनी चाहे कुछ भी हो जाए एक founder (संस्थापक) अपनी भूमिका कभी नही खोता है।
Co-founder किसे कहते है?
यदि एक से अधिका founder है तो उन्हे Co-founder (सह -संस्थापक) कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि वे न केवल एक कम्पनी के विचार के साथ आए बल्कि यह है कि वे कंपनी की संस्थापना की जिम्मेदारियों और कार्यभार को साझा करते है।
कई मामलों में संस्थापक (founder) कम्पनी की दिन – प्रतिदिन व्यवसाय की देखभाल के लिए एक सीईओ (ceo) को काम पर रखता है वो कम्पनी के लिए दीर्घकालीन (long term) योजना (planning) पर काम करता है।
Founder (संस्थापक) का किसी कम्पनी की नीव रखने में और टीम बनने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कम्पनी के सिरुआती दिनों में कंपनी का संस्थापक ही उस कम्पनी के हर कार्य की प्लानिंग करता है ।
Responsibilities of a founder
founder (संस्थापक) के कार्य वा जिम्मेदारियां
- Business शुरू करना
- 5-10 साल का business plan तैयार करना
- एक सझम (capable) टीम को ढूंढना
- Business के लिए long-term प्लान बनाया
- कम्पनी के लिए लक्ष्य निर्धारित करना
- कंपनी शुरू करने के लिए वित्त की व्यवस्था करना और यह सुनिश्चित करना कि कंपनी को कुछ समय के लिए बनाए रखने के लिए पर्याप्त है
Essentials to be a founder संस्थापक बनने के लिए अनिवार्य
- महत्वाकांक्षा और दृढ़ संकल्प
- नेतृत्व कौशल (Leadership skills)
- उद्यमिता कौशल (Entrepreneurial skills)
- Long-term vision (दीर्घकालीन दृष्टि)
- प्रतिनिधिमंडल कौशल (Delegation skills)
- Consistency
- प्रयोग करने और चांस लेने की क्षमता
CEO क्या होता है ?
Ceo का फुल फॉर्म “chief executive officer” होता है। इसका हिंदी में अर्थ मुख्य कार्यकारी अधिकारी होता है। उस मामले में जहा संस्थापक (founder) Ceo नही बनता सीईओ को कम्पनी के दिन-प्रतिदिन के कार्य को संभालने के लिए संस्थापक या निर्देशक मंडल (board of directors) के द्वारा काम पर रखा जाता है CEO किसी भी संगठन के वरिष्ठ कार्यकारी के रूप में कार्य करता है वे कम्पनी के दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं के लिए निर्णय लेने के प्रभारी है, जबकि बड़े निर्णय अभी भी संस्थापक (founder) के द्वारा लिए जा सकते है। Ceo यह सुनिश्चित करता है की कंपनी के लक्ष्य पर टीम द्वारा किया कार्य किया जा रहा है एवं इसमें बदलाव की आवश्यकता है या नहीं।
read More
सीईओ को कंपनी की गतिविधियों को समझना आवश्यक है, चाहे वह कर्मचारियों से संबंधित हो या समग्र उत्पादन और उत्पादकता से संबंधित हो। उन्हें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि इसे नियंत्रण में रखा जाए और कंपनी के हर स्तर पर चीजें सुचारू रूप से चल रही हों। अगर कंपनी के पास निदेशक मंडल है तो सीईओ उन्हें रिपोर्ट करता है।
Ceo को अंतरिक और बाहरी रूप से कम्पनी का चेहरा भी माना जाता है इसीलिए कंपनी की छवि आमतौर पर सीईओ पर निर्भर करती है। सीईओ की जिम्मेदारी कंपनी की जरूरतों पर निर्भर करती है। कुछ जिम्मेदारी है जो व्यक्ति एक CEO को करनी चाहिए-
Responsibilities of a CEO
CEO के कार्य वा जिम्मेदारियां –
- short-term और long-term योजनाओं को पूरा करना
- संगठनात्मक संचालन करना
- रणनीतिक (strategic) लक्ष्यों की दिशा में काम करना
- कंपनी की संस्कृति को रेखांकित करना और उसके कार्यान्वयन (implementation) को सुनिश्चित करना
- कंपनी के चेहरे के रूप में कार्य करना
Essentials to be a CEO
CEO के लिए अनिवार्यता
- अच्छी communication स्किल्स
- मजबूत प्रबंधन (management) और नेतृत्व (leadership) कौशल (skills)
- कंपनी की जरूरतों के लिए लचीलापन और अनुकूलनशीलता
- सुझावों और विचारों को सुनने की विनम्रता
अधिकतर कंपनियों में यह देखा जाता है की कुछ वर्षों तक स्थापित होने के बाद वहा एक सीईओ को काम पर रख लेती है लेकिन अक्सर यह देखा जाता है की एक founder ceo एक काम पर रखे गए Ceo से बाहर साबित होता है खासकर टेक से जुड़ी कंपनियों में इसका एक मुख्य कारण यह होता है की फाउंडर सीईओ एक काम पर रखे गए सीईओ की तुलना में अधिक रिस्क ले सकता है और वहा अपनी कंपनी को करीब से जनता है।
निष्कर्ष –
एक founder (संस्थापक) वहा होता है जो एक व्यवसाय का आइडिया ढूंढता है और एक टीम स्थापित करता है और लगभग वहा सब कुछ करता है जो एक बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक होता है। इसके विपरित ceo को उनके पद पर नियुक्त किया जाता है और वहा सफलता लाने के लिए टीम का मार्गदर्शन व नेतृत्व करते हैं।
हालांकि ये दो भूमिकाएं कई मामलों में ओवरलैप हो सकती हैं, एक संस्थापक और सीईओ एक कंपनी में बहुत अलग पदों को मोड़ते हैं।
कुछ कंपनियों के सीईओ एवं संस्थापक के उदाहरण –
Co-Founders – Larry Page , Sergey Brin
CEO of Google– Sundar Pichai (2 Oct 2015–)
Apple
Co-Founders – Steve Jobs, Steve Wozniak and Ronald Wayne
CEO – Tim Cook (24 aug 2011-)
Microsoft
Co-Founders – Bill Gates and Paul Allen
CEO – Satya Nadella
Flipkart
Co-Founders – Sachin Bansal, Binny Bansal
CEO – Kalyan Krishnamurthy
Founders –Mark Zuckerberg
CEO – Mark Zuckerberg