बाइनरी नंबर सिस्टम क्या हैं? – Binary Number in Hindi

कंप्यूटर तो आप सभी ने कभी न कभी चलाया या देखा होगा पर क्या आपको पता है बाइनरी नंबर सिस्टम क्या है (Binary Number System Kya Hai) तथा कंप्यूटर में बाइनरी नंबर सिस्टम की क्या भूमिका है। क्या आपको पता है कि पूरा कंप्यूटर बायनरी सिस्टम पर ही वर्क करता है बायनरी सिस्टम एक कंप्यूटर के लिए या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए एक आधार है जिसकी मदद से सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कम्युनिकेशन स्थापित हो पाती है ऐसे में अगर आप कंप्यूटर के बारे में अच्छे से समझना चाहते हैं यहां कैसे काम करते हैं समझना चाहते हैं तो आपका यह जानना जरूरी है कि बायनरी सिस्टम क्या होता है एवं यहां कैसे काम करता है तो इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में बताएंगे जो कि आपको एक कंप्यूटर के बारे में या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में एक बेहतर जानकारी देगा

आज का ये आर्टिकल बाइनरी नंबर सिस्टम के ऊपर ही होने वाला है जिसमे आपको हिंदी भाषा में जानने को मिलेगा बाइनरी नंबर सिस्टम क्या है। कंप्यूटर में बाइनरी नंबर सिस्टम की क्या भूमिका है। बाइनरी का क्या अर्थ है। बाइनरी नंबर सिस्टम के क्या क्या उपयोग है। बाइनरी नंबर सिस्टम कैसे काम करता है। डेसिमल नंबर को बाइनरी नंबर में कैसे बदलते है व बाइनरी नंबर को डेसिमल नंबर में कैसे बदलते है। बाइनरी के कुछ उदाहरण तथा और भी बहुत कुछ तो बायनरी सिस्टम को आसान भाषा में एवं अच्छे से समझने के लिए इस लेख को आप पूरा पढ़ सकते हैं जिससे आपको बायनरी के बारे में सीखने को मिलेगा इसमें हम आपको बायनरी क्या है को विस्तार से एवं एक आसान भाषा में समझाने की कोशिश की है जिसे आप पूरा पढ़ कर समझ व जान सकते हैं

Binary Number Kya Hai In Hindi

कंप्यूटर इलेक्ट्रिकल सिगनल का उपयोग करता है जो चालू और बंद (On और Off ) होता है। इसलिए इन्हे बाइनरी नंबर की एक सीरीज में दिखाया जाता है यहाँ डाटा  0 और 1 के रूप में होता है अर्थात अगर सिगनल ऑन हुआ तो 1 और सिगनल ऑफ हुआ तो 0 । कंप्यूटर सिर्फ बाइनरी भाषा को ही समझ सकता है। 

बाइनरी नंबर सिस्टम क्या है?

What Is Binary Number System in Hindi

कंप्यूटर डाटा को इलेक्ट्रिक सिगनल  का उपयोग करके प्रोसेस करता है जो की ऑन या ऑफ होता है।  इसलिए इन्हे बाइनरी नंबर की एक सीरीज में दिखाया जाता है। 

बाइनरी या बेस – 2 एक न्यूमेरिक नंबर सिस्टम है। जिसमे केवल 2 अंक 0 व 1 होते है। 0 का मतलब होता है ऑफ (off) तथा 1 का मतलब होता है ऑन (on) । कंप्यूटर सभी प्रकार का डाटा बाइनरी नंबर के रूप में ही प्रोसेस करता है जिसमे ऑडियो , वीडियो ,टेक्स्ट ,डाक्यूमेंट्स ,अदि शामिल है। बाइनरी नंबर  सिस्टम को ‘बेस – 2’ सिस्टम के रूप में भी जाना जाता है क्योकि इसमें  केवल 2 अंक  0 व 1 होते है। कंप्यूटर केवल बाइनरी भाषा को ही समझ सकता है। 

बाइनरी का हिंदी में अर्थ क्या है?

Binary Meaning In Hindi

Binary शब्द Bi से मिलकर बना जिसका अर्थ होता है दो। जैसे Bicycle (दो पहिया) व binocular (दो आँखें) इन शब्दो में भी हमें Bi देखने को मिलता है। क्योकि बाइनरी में दो अंक होते है इसलिए इसका नाम Binary पड़ा। बाइनरी नम्बर सिस्टम में प्रत्येक नंबर का उच्चारण अलग अलग करना होता है। जैसे 0110 इसका उच्चारण “शून्य एक एक शून्य” होगा। 

बाइनरी नंबर सिस्टम कैसे काम करता है?

 How binary number system works in Hindi

बाइनरी नंबर सिस्टम इलेक्ट्रिक सिगनल के रूप में कार्य करता है जो की ऑन और ऑफ होते है इन्हे 1 व 0 के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। यदि सिगनल ऑन हुआ तो “1” और यदि सिगनल ऑफ हुआ तो “0”। बाइनरी नंबर सिस्टम  दो अंको 0 व 1 के रूप में ही होता है। वास्तव में  कोई भी नंबर या टेक्स्ट को बाइनरी में रिप्रेजेंट किया जा सकता है। 

कंप्यूटर में बाइनरी नंबर सिस्टम की क्या भूमिका है?

What is the role of binary number system in computer in Hindi

कंप्यूटर के संचालन में बाइनरी नंबर सिस्टम एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोई भी डिजिटल मशीन या कंप्यूटर बाइनरी के रूप में डाटा को प्रोसेस करता है। किसी भी डिजिटल मशीन या कंप्यूटर को इनपुट भी बाइनरी के रूप में दिए जाता है तथा आउटपुट भी बाइनरी के रूप में ही निकलता है हलाकि बाद में इसे किसी भी रूप में जैसे इमेज ,टेक्स्ट ,डॉक्युमेंट ,ऑडियो ,वीडियो अदि में कन्वर्ट किया जा सकता है। बिना बाइनरी नंबर सिस्टम के न हम कंप्यूटर को कमांड दे सकते है न कंप्यूटर डाटा को प्रोसेस कर सकता है। 

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डेसिमल नंबर को बाइनरी नंबर में कैसे बदलते है?

Decimal to Binary Conversion

Decimal (BASE 10) नंबर सिस्टम में कुल 10 अंक “0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9” होते है। वही Binary (BASE 2) नंबर सिस्टम में कुल 2 अंक “0,1” होते है। 

डेसीमल नंबर को बाइनरी नंबर में बदलने के यु तो बहुत सारे तरीके है पर उनमे से सबसे सरल है – डेसीमल नंबर को 2 से डिवाइड करना जब तक की शेषफल 0 न आए 

उदाहरण के लिए हम डेसीमल नंबर 256 को बाइनरी में बदलते है। 

Example :

चूंकि हम 2 से विभाजित कर रहे हैं, तो सम संख्या का शेष  0 होगा, और विषम संख्या का शेष 1 होगा।

258 / 2 = 129, शेष = 0 

129 / 2 = 64, शेष = 1

64 / 2 = 32, शेष = 0  

32 / 2 = 16, शेष = 0 

16 / 2 = 8, शेष = 0 

8 / 2 = 4, शेष = 0 

4 / 2 = 2, शेष = 0 

2 / 2 = 1, शेष = 0 

2 / 0 = 0, शेष = 1

नोट :- अगर शेषफल 1 हो तो उसे भी 2 से डिवाइड करना है जैसा example की लास्ट स्टेप में किया गया है। 

अब आपको इन शेषफल को निचे से ऊपर की और लिखना है। 

अतः 258 का बाइनरी 100000010 होगा। 

उम्मीद है आपको डेसीमल नंबर को बाइनरी नंबर में कन्वर्ट कैसे किया जाता है समझ में आ गया होगा। 

बाइनरी नंबर को डेसिमल नंबर में कैसे बदलते है?

Binary to Decimal Conversion

बाइनरी नंबर को डेसिमल नंबर में बदलने के लिए उनके अंको के मान को उनके स्थानीय मान के साथ गुना कर जोड़ा जाता है

उदाहरण के लिए हम बाइनरी नंबर 11001 को डेसिमल में बदलते है।

Example :

संख्या 11001

स्थानय मान 24, 23, 22, 21, 20

11001(2) = (1×24) + (1×23) + (0x22) + (0x21) + (1×20)

11001(2) = (1×16) + (1×8) + (0x4) + (0x2) + (1×1)

11001(2) = 16 + 8 + 0 + 0 + 1

11001(2) = 25

अतः 1101 का डेसीमल नंबर 25 होगा। 

उम्मीद है आपको बाइनरी नंबर को डेसीमल नंबर में कन्वर्ट कैसे किया जाता है समझ में आ गया होगा।

दशमलव संख्या को बाइनरी संख्या में कैसे बदलें?

Decimal Fraction Number to Binary Number

दशमलव संख्या को बाइनरी संख्या में बदलने के लिए सबसे सरल तरीका है दशमलव संख्या को 2 से गुणा करना गुणनफल में प्राप्त पूर्ण संख्या को अलग लिख लेते है

उदाहरण के लिए हम दशमलव संख्या 0.8125 को बाइनरी संख्या में बदलते है।

Example :

0.8125(10) = 0.8125 x 2 = 1.625, पूर्ण संख्या = 1

0.8125(10) = 0.625 x 2 = 1.25, पूर्ण संख्या = 1

0.8125(10) = 0.250 x 2 = 0.500, पूर्ण संख्या = 0

0.8125(10) = 0.500 x 2 = 1.000, पूर्ण संख्या = 1

अतः 0.8125 का बाइनरी 0.1011 होगा। 

उम्मीद है आपको दशमलव संख्या को बाइनरी संख्या में कन्वर्ट कैसे किया जाता है समझ में आ गया होगा।

बाइनरी नंबर टेबल

DecimalBinary
00000
10001
20010
30011
40100
50101
60110
70111
81000
91001
101010

1 से लेकर 255 तक बाइनरी चार्ट Click Here

बाइनरी नंबर सिस्टम के उपयोग

डिजिटल मशीन या कंप्यूटर के संचालन में बाइनरी  नंबर सिस्टम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं । बाइनरी कोड का उपयोग निर्देश तैयार करने के लिए किया जाता है जो डिजिटल मशीन या  कंप्यूटर के लिए नियंत्रण जानकारी निर्दिष्ट करता हैं ।

बाइनरी के कुछ उदाहरण

वह संख्या जिसमे केवल 0 व 1 हो वह बाइनरी नंबर है

11101, 1010, 111011, 11001 इत्यादि

बाइनरी नंबर सिस्टम पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

जिसमे केवल 2 अंक 0 व 1 होते है। 0 का मतलब होता है ऑफ तथा 1 का मतलब होता है ऑन। बाइनरी को बेस – 2 एक न्यूमेरिक नंबर सिस्टम भी कहते है

बिट का फुल फॉर्म है बाइनरी डिजिट(Binary Digit) है। यह कंप्यूटर में सबसे छोटी मेमोरी यूनिट होती है जैसा की हमको पता है कंप्यूटर में डाटा 0 व 1 के रूप में स्टोर होता है। इन्ही 0 व 1 को Bit कहते है।

बाइनरी नंबर की खोज गणितज्ञ जॉर्ज बूल ने सन् 1854 में की थी। तथा बाइनरी पर आधारित एक पत्र प्रकाशित किया था

निष्कर्ष

हमने इस आर्टिकल के माध्यम से जाना कि बायनरी सिस्टम क्या है यह कैसे काम करता है हमने आपको इसमें इसके कुछ उदाहरण और इससे जुड़े सभी तथ्य के बारे में बताया आशा है कि इसके बारे में आपको जानकारी मिल गई होगी आप जो जानकारी बायनरी सिस्टम के बारे में ढूंढ रहे होंगे वह आपको इस लेख में मिल गई होगी अगर इसमें कोई सवाल आपका छूट गया है तो हमें कमेंट में जरूर बताएं हम आपको उसका जवाब उपलब्ध करा देंगे। सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बायनरी सिस्टम पर वर्क करते हैं जैसा कि आपने जाना बायनरी सिस्टम कैसे काम करता ह।

आशा है कि आप को यहां ब्लॉग पढ़कर जानकारी मिली होगी आप अपने फीडबैक को कमेंट सेक्शन में जरूर शेयर कीजिए और हमारे अन्य ब्लॉग पोस्ट भी पढ़िए और याद रखे हिंदी में जानकारी के लिए inhindiii.com

मैं Akash Pushpad, inHindiii.com का Author & Founder हूँ। मुझे हमेशा से Technology सीखने और सीखने में रुचि रही है। Technology दुनिया से जुड़ी नई नई चीज़े और Experiments मुझे जानना अच्छा लगता है। और यही ज्ञान में आपको आर्टिकल की मदद से आसन भाषा में उपलब्ध कराता हूं।

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